

“संविधान हमारा है”
संविधान हमारा है
यह हमको जान से प्यारा है!
इससे जीवन में उजियारा है
इससे जीवन में उजियारा है
संविधान को हमें बचाना है
जीवन में आगे बढ़ते जाना है
सबको समान समझना है
ना भेदभाव हमें करना है
ना जाति का बंधन है
ना धर्म का कोई बंधन है
नेता हो या आम आदमी
संविधान से सबको चलना है
संविधान ही इस देश को चलाता है,
संविधान ही बुराई को डराता है,
संविधान सबको समान अधिकार देता है,
संविधान सबको समान प्यार देता
संविधान हमारा है
सबको समान समझना है
संविधान को दिन-रात
मेहनत करके बनाया गया है,
कोई कमी ना रह जाएँ
इस तरह से सजाया गया है!
क़ानून हमेशा न्याय की बात करता है!
अन्याय को जड़ से ख़त्म करता है
जब क़ानून के रखवाले बेईमान होते हैं ,
तब गुनहगार बड़ी चैन से सोते है!
क़ानून समय-समय पर
बदलता रहता है,
इंसान ही इंसान को
छलता रहता है,
गुनहगारों के लिए शामत है,
क़ानून आज भी गरीबों की ताकत है!
-डॉ दक्षा जोशी
अहमदाबाद
गुजरात ।